कब्ज का सबसे आसान घरेलू उपचार- Constipation problem


कब्ज के लक्षण


कब्ज सहित व्यक्ति को मल त्याग करने में परेशानी होती है।
या कोई व्यक्ति सप्ताह में सिर्फ तीन बार ही मल त्याग करता है तो यह कब्ज की स्थिति मानी जाती है। इसके अलावा पी भीित को मल त्याग के समय काफी दर्द भी होता है। कब्ज के और भी लक्षण है जैसे मल का काफी कम होना मल त्याग करने के लिए दबाव लगानालाशय में रुकावट महसूस होना, मलाशय का पूरी तरह से खाली न होना और मल सख्त या गाठदार मल होना यह सब कब्ज के लक्षण है।


कब्ज का सबसे आसान घरेलू उपचार


(१) अजवाइन


कब्ज की सबसे अच्छी दवा है अजवाइन, आधा चम्मच अजवाइन और एक टुकङा गु सबसे के बारे में चबाकर खाएं और ऊपर से गर्म पानी पी ले।
इसे रात को सोते समय खाये सुबह उठते ही पेट गुडि तरह साफ हो जाता है।


(२) मुनक्का


कब्ज होने पर रात्रि सोते समय दस-बारह मुनियों (पानी से अच्छी तरह धोकर साफ कर बीज निकाल ले) दूध में उबाल कर खाए और ऊपर से उसी दूध पी ले।
प्रात: खुलकर शौच लगेगा। भयंकर कब्ज में तीन दिन लगातार ले और बाद में कभी भी ले।


(३) त्रिफला


कब्ज की एक और अच्छी दवा है त्रिफला चूर्ण एक चम्मच त्रिफला चूर्ण गर्म पानी के साथ रात्रि सोते समय लेने से कब्ज दूर होता है।


कब्ज में लाभदायक


गेहू और चना को मिलाकर बनाई गई रोटी, चोकरयुक्त आटे की रोटी, दलिया, भुने हुए चने, पालक या पालक का शूप, बथुआ, मेथी, टमाटर, कच्चा प्याज, फ्रिज, पुदीना, पपीता, चीकू, अमरुद, आंवला, ताजे फलों का छाजन। रस, नीबू पानी, देशी घी, दूध, दूध के साथ भिगोई गई मुनक्का, ख़जूर, अंजीर, फाइबर युक्त आहार आदि का सेवन करे।

उपरोक्त हितकारी आहार के साथ साथ कुछ नियम का पालन किया जाय तो कब्ज में आश्चर्यजनक और स्थायी लाभ प्राप्त किया जा सकता है (1) भोजन में आग पर पके हुए पदार्थों की मात्रा में कुछ कमी करके उसके स्थान पर हरे ताजे मौसमी फल, चिंताओं, अंकुरित अन्न आदि प्राकृतिक आहार की मात्रा में वृद्धि करना, (2) भोजन करते समय प्रत्येक ग्रास को खूब चबा चबाकर खाना, (3) पहले से अधिक पानी पीना (4) उषा पान अर्थात प्रात: उठते खाली पेट रात में तांबे के बर्तन में। रखा हुआ पानी पीना या हल्का पानी को गर्म करके पीना (5) खाने के तुरन्त बाद पानी न पीकर भोजन करने के एक घंटे बाद पानी पीना (6) योगासन या 4-5 किलोमीटर तक पैदल भ्रमण करें।


कब्ज में

मैदा तथा मैदे की बनी वस्तुए, तले हुए पदार्थ, अधिक मिर्च-मसाले वाले पदार्थ, मिठाईया, कोकाकोला जैसे मिलावटी पानी, केला, सोंठ,शराब,काफी,चाय,मांस,मछली,अंडे,रात को देर से खाना,खाने के तुरंत बाद पानी पीना, लगातार अधिक देर तक बैठे रहने की आदत, आदि

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