अच्छे संस्कार लाने के लिए नैतिक कहानी हिंदी में – very short story hindi

1. माता-पिता देवता के समान है प्रेरणा दायक हिंदी कहानी – very short story in hindi for children

आकाश एक छात्र है। उसका एक मित्र है। जिसका नाम मुकेश है, एक दिन मुकेश की मा बुखार से पीड़ित हो गई। और वह बोली अरे, मुकेश जाओ वैध को बुला लाओ। मुकेश ने कहा यह मेरे खेलने का समय है। मेरे मित्र आते ही होंगे। मै खेलने जाता हूं, ऐसा कहकर वह बाहर चला गया। उसी समय मुकेश का मित्र आकाश वहां आया। उसने मुकेश की मां को बुखार से पीड़ित देखा। आकाश ने मुकेश की मां से पूछा, मुकेश कहा गया? मुकेश की मां बोली, वह मित्र के साथ खेलने गया। आकाश दुखी हुआ, और वह बाहर गया। 
वह मुकेश को खेल के मैदान से घर लाया और बोला, हे मित्र तुम्हारी माता बुखार से पीड़ित हैं। तुम्हे उनकी सेवा करनी चाहिए। क्या तुम नहीं जानते कि उपनिषद् ने भी यह उपदेश दिया गया है – माता देवतुल्य होती है। और यह भी कहा गया है। अभिवादनशील और नित्य बड़े लोगों की सेवा करने वाले की आयु, विद्या, यश, और बल ये चार बढ़ते है। 
अब जल्दी जाओ और शीघ्र ही चिकित्सक को लाओ ऐसा सुनकर मुकेश वैद्य को ले आया। वैद्य ने दवा दिया जिससे मुकेश की मा स्वस्थ हो गई।

2. भलाई का सुख – short story in hindi for kids

एक युवती थी। दुर्घटना में उसकी आंखे चली गई। जिससे उसे जिंदगी बोझ लगने लगी। तभी उसे एक युवक मिला वह युवती का खयाल रखने लगा। युवक के प्रेम से उसमे जिने कि इच्छा पैदा हुई। उस युवक की आवाज अच्छी लगती। युवक ने लड़की से कहा- मै तुम्हारी आंखें वापस लाकर रहूंगा। तुम दुनिया को अपनी आखों से देख सकोगी। युवक ने उस युवती कि आंखो का आपरेशन करवाया। युवती की आंखो पर पट्टी बांध दी गई। युवती ने इच्छा जताई कि जब पट्टी खुलेगी तो मै सबसे पहले युवक को ही देखना चाहूंगी। जब युवती कि आंखो की पट्टी खुली, उसने देखा कि युवक नेत्रहीन था। उसके सपने टूट गए। उसने कहा, मै एक नेत्रहीन से शादी नहीं कर सकती। युवक ने बिना निराश हुए कहा, अब तुम दुनिया देख सकती हो। मेरा उद्देश्य पूरा हुआ, मेरी आंखो का ख़्याल रखना।

3. गुण की कीमत – very short story with moral

एक मंच पर एक बुद्धिमान व्यक्ति 500 रुपए का नोट हाथ मै लेकर पहुंचा। उसने पूछा यह नोट किसे चाहिए। 500 रुपए के नोट के लिए सभी लोग हाथ ऊपर उठा लिए। वह व्यक्ति बोला मै आपमे से किसी एक को यह नोट दूंगा लेकिन पहले मै यह कर लूं।
यह कहकर उसने नोट को अच्छी तरह से मोड़ दिया। फिर उसने पूछा, अब यह नोट किसे चाहिए? लोगो के हाथ अभी भी हवा में थे। फिर उसने नोट को मिट्टी से लतपथ कर दिया। पूछा, क्या आप अभी भी इसे लेना चाहते है? अभी भी बहुत से हाथ ऊपर हवा में थे। फिर वह व्यक्ति बोला दोस्तो आप जिन्दगी का एक बहुत कीमती सबक सीख चुके है। भले ही इस नोट के साथ कुछ भी हुआ हो लेकिन इसने अपनी कीमत नहीं खोई। इसकी कीमत अभी भी 500 रुपए ही है।
जिन्दगी में अक्सर हम कभी अपने गलत फैसले की वजह से तो कभी हालात से अपने को कमजोर समझने लगते है। लेकिन ऐसे हालात में भी मजबूरी में भी यदि आप अपने अच्छे गुणों को बरकरार रखे, तो दुनिया आपकी कीमत भूलने वाली नहीं है। क्योंकि अच्छे गुण ही सच्चा धन है।

4. चालाक लडका – very short story for kids

एक बार एक चालाक लड़का कुएं पर बैठा रो रहा था। एक लोभी मनुष्य वहां से गुजर रहा था। उसने लडके से रोने का कारण पूछा। लड़के ने कहा, मै इस कुएं पर पानी भरने आया था। ज्यो ही मैंने तांबे का घड़ा कुएं में लटकाया, रस्सी मेरे हाथ से छूट गया। जब मैंने रस्सी पकड़ने कि कोशिश की तो मेरी कीमती टोपी भी गिर गई। यह सुनकर उस आदमी ने तुरन्त कपड़े उतारे और कुएं में उतर गया। उसने बहुत देर तक तांबे का घड़ा तथा टोपी को देखा परंतु सब व्यर्थ गया। अंत में निराश होकर जब वह बाहर निकला तो उसने देखा कि लड़का उसके कपड़े को लेकर अदृश्य हो गया है।

5. छोटी सी गलती बन गयी बड़ी कारण – short story in hindi for life 


एक राजा था। वह बहुत परोपकारी तथा दयालु था प्रजा भी उससे बहुत खुश रहती थी राजा लोगो की मदद करता था। लेकिन वह धिरे-धिरे अब लोगो की मदद भी नहीं करता था प्रजा अपनी समस्या लेकर राजा के पास आते तो राजा उसे भी बातों-बातों में अस्वीकार कर देता था। एक दिन राजा अपने बगीचे में टहल रहा था तभी सिपाही आता है और राजा से कहता है महाराज चलिए आपके नाश्ते का समय हो गया है। तब राजा कहता है कि यही पर नाश्ता लेकर आओ सिपाही नाश्ता लेकर आता है जब राजा नाश्ता करता है तो जो ही भोजन वह मुंह में डालने जाता है तो ही भोजन नीचे गिर जाता है। उस नीचे गिरे भोजन को खाने के लिए चूहा आ जाता है। चूहे को खाने के लिए बिल्ली आ जाती है। बिल्ली को खाने के लिए चार-पाच कुत्ते आ जाते है। इस तरह कुछ कुत्ते दूसरे गांव के और कुछ दूसरे गांव के रहते है। दूसरे गांव वाले दूसरे गांव के कुत्ते को मारते तथा भगाने लगे तो और दूसरे गांव वाले भी भड़क गए वे उनके गाव के कुत्ते को मारने तथा भगाने लगे इस तरह पूरा गांव आपस में झगड़ पड़ता है। सिर्फ राजा के भोजन गिरने से पूरे गांव में लड़ाई झगड़ा हो जाता है। इसलिए हमे भी अपने जीवन में छोटी-छोटी गलतियों का भी ध्यान रखना चाहिए क्योंकि यही गलती हमारे लिए बहुत बड़ा कारण बन सकती हैं। 

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