600 शब्द में लघु और अच्छी नैतिक के साथ हिंदी में कहानी – short story in hindi

 

अख़बर और बीरबल की कहानियां –  short story in hindi

एक बार अख़बर ने अपने दरबारियों से पूछा कि दुनिया में सबसे उजला क्या है। कुछ दरबारियों ने रूई को सबसे उजला बताया तो कुछ ने दूध को। फिर अख़बर ने बीरबल से पूछा कि तुम बताओ कि दुनिया में सबसे उजला क्या है, बीरबल ने बताया कि दुनिया में सबसे उजला प्रकाश है। अख़बर ने बीरबल से कहा कि क्या तुम सिद्ध कर सकते हो। बीरबल ने कहा कि हा महाराज, समय आने पर मै सिद्ध कर दूंगा।

एक दिन बादशाह अकबर के सिर में तेज दर्द हो रहा था। उन्होंने बीरबल से सिर दर्द के बारे में बताया तो बीरबल ने उन्हें बताया कि तेज रोशनी में रहने से आपके सिर में दर्द है, कुछ देर अंधेरे में आराम करने से आपका सिर दर्द ठीक हो जाएगा और बीरबल ने बादशाह को एक कमरे में के जाकर आराम करने को कहा तथा उस कमरे के खिडकि दरवाजे बंद कर के कमरे के अंदर दरवाजे के पास रूई का ढेर लगा दिया तथा वही एक पतीले में दूध रख दिया और दरवाजा बंद कर दिया। जब कुछ देर बाद बादशाह की आख खुली तो उनका सिर दर्द ठीक हो गया। वे कमरे से बाहर आने के लिए उठे तो अंधेरे के कारण कमरे मै उन्हें कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था।

वे जैसे तैसे दरवाजे के पास आए तो रूई के ढेर से टकरा गए और वहां से थोड़ा हटे तो दूध के पतीले से टकरा गए। फिर उन्होंने जैसे तैसे दरवाजा खोला और बाहर आए। बाहर बैठे बीरबल से उन्होंने पूछा, यह क्या मजाक है बीरबल? तुमने कमरे में रूई और पतीला में दूध क्यों रखवााया है, बीरबल ने कहा कि आप अंधेरे में दरवााजा ठीक से खोल सके इसलिए  मैंने दो उजली वस्तुएं आपके कमरे में रखवा दी थी। तब अख़बर ने बीरबल से कहा कि कोई वस्तु चाहे कीतनी भी उजली क्यों न हो जब तक उस पर प्रकाश नहीं पड़ता,  तब तक उसे नहीं देेेखा जा सकता है। तब बीरबल ने कहा कि कुछ दिन पहले दरबार में मैंने भी यही कहा था, तब आपने मेरी बात नहीं मानी थी। अब सायद आपको विश्वास हो गया होगा की दुनिया में सबसे अधिक उजला प्रकाश ही हैं।

दो अनमोल रत्न – best short story in hindi

एक बार एक व्यापारी अपना रास्ता भूल गया। वह एक घने जंगल से गुजर रहा था। उसे बहुत प्यास लगी। कहीं भी आस पास पानी नहीं था। तभी वहां से दो बच्चे गुजर रहे थे। उन्होंने  एक यात्री को देखा। और जो थोड़ा पानी उनके पास था उसे दे दिया। यात्री ने कहा मै तुम्हे मेरा जीवन बचाने के लिए कुछ सोने के सिक्के देना चाहता हूं। बच्चो ने कहा धन्यवाद श्रीमान, यह हमारा कर्तव्य था। भगवान तुम्हे आशीर्वाद दे बच्चो। यात्री ने कहा। दिन बीत गया। चारो तरफ अंधेरा था। यात्री किसी पनाह को ढूंढ रहा था। अचानक एक गाव में दूर से उसने एक मंद रोशनी देखी। वह एक बूढ़ी औरत की झोपड़ी थी। उसने दरवाजे पर दस्तक दिया। बूढ़ी औरत उसका स्वागत किया और उसे खाना और पनाह दी। उसकी बुरी अवस्था देखकर, यात्री ने उस औरत को कुछ धन देने का प्रस्ताव दिया। बूढ़ी औरत वह धन लेने के लिए सहमत नहीं हुई और बोली, श्रीमान मैं बिल्कुल भी गरीब नहीं हूं। मेरे पास दो अनमोल रत्न है।

जब वह बात कर रहे थे, दो बच्चे अपने हाथो में डंडियों का गट्ठर लिए झोपड़ी के अंदर धूसे। बूढ़ी औरत बोली, श्रीमान ये है मेरे अनमोल रत्न।

ओह! ये बच्चे, मै इनसे जंगल में मिला था। इन्होंने मेरा जीवन बचाया। सचमुच ये आपके दो अनमोल रत्न है, आखों में खुशी के आंसू लिए यात्री ने कहा।

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