मां की महिमा – Hindi poetry for mother

Mother poetry hindi : जैसे एक वृक्ष केवल हमे देना जानती है, ठीक उसी प्रकार मां भी हमे निस्वार्थ केवल देना जानती है। मां ही हमे अपने पैरो पर खड़ा होना सिखाती है, मां ही हमे अच्छे बुरे की समझ सिखाती है। इसलिए इनकी जितनी तारीफ की जाय उतनी कम है। तो दोस्तो आज हम मां की महिमा पर कविता लेकर आए हैं उम्मीद करता हूं कि यह आपको जरूर पसंद आयेगा।

 

 

 

 

Mother poem in hindi ।। Maa par Kavita ।। maa ke upar kavita

 

तू न होती तो मेरी दुनिया कहा

तेरे होने से तो मेरी दुनिया जहां

तुम ही तो हो मेरी जिंदगी क्या करू

मां तेरी ये बंदगी

त्याग, तपस्या सेवा है मां।

अनुष्ठान साधना जीवन का हवन है।

मां की ममता और मजबूत कंधो का नाम है मां

जिंदगी की कड़वाहट पर

अमृत का प्याला है मां।

 

वो है मां – best mother poem in hindi 

 

जिसने मुझे बनाया हर दर्द को सहकर

इस दुनिया में बुलाया वो है मां

जिसने मुझे चलना सिखाया 

जिंदगी के हर गम को

खुशी-खुशी अपना बनाया वो है मां

धूप में खुद ही जलती

मगर आंचल की छाव में

जिसने मुझे छुपाया, वो है मां

फिर क्यों इस दुनिया में

मां को भूल जाते हैं

कामयाब अपनाते ही 

मां का साथ छोड़ जाते हैं

ईश्वर को पूजते है

पर भूलते हैं कि धरती पर

ईश्वर का रूप है मां

 

दोस्तो मां पर यह कविता आपको पसंद आया हो तो इसे अधिक से अधिक लोगों तक शेयर जरूर करें धन्यवाद।

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