Essay on trees in Hindi for students – पेड़ के महत्त्व पर निबंध

About of tree in hindi

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Essay on tree in hindi – नमस्ते दोस्तो आज हम एक महत्वपूर्ण विषय पर अपने विचार साझा कर रहे है। अगर कोई हमारा सच्चा हितैशी है तो वह है पेड़-पौधों। यह हमसे बिना कुछ लिए केवल देना जानती है। पेड़-पौधे प्राथमिक उत्पादक भी है, इन्हीं पर सभी जीव जन्तु निर्भर रहते है। अगर पेड़-पौधों न रहे तो जीवन की कल्पना भी नही की जा सकती। लगभग हमें जिन चीजों की जरूरत होती हैं, उनमें से अधिकांश वस्तुओं की पूर्ति पेड़-पौधों से ही होती है। पेड़-पौधों न केवल हमारे लिए बल्कि जानवरो के लिए भी काफी मायने रखते है। अधिकांश जानवरो और पक्षीयो के आवास और भोजन का मुख्य आधार केवल पेड़ ही है।
Essay on importance of tree in hindi

पेड़-पौधों अती महत्वपूर्ण होते हुए भी हम सब लगातार इसकी कटाई करते जा रहे हैं, जिसका प्रतिकूल प्रभाव हमे दिखाई दे रहा है, जैसे कि सूखा, बाढ, सुनामी जैसी अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जितने पेड़ काटे जा रहे है उनमें से आधे भी नही लगाए जा रहे हैं। 
इस निबंध के माध्यम से हम यह जानने की कोशिश करेंगे कि हमारे जीवन में पेड़-पौधों का क्या महत्व है, और इसकी कमी से हमें किन-किन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। और इस समस्या से हम कैसे बच सकते है। 

about tree in hindi – पेड़ के बारे में हिंदी में

प्रकृति द्वारा निर्मित सबसे अनमोल रत्न में से एक पेड़-पौधों है। हमारे आवश्यक की लगभग सभी वस्तुओं की पूर्ति पेड़-पौधों ही करते है, इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण यह हमें प्राण वायु आक्सीजन देती हैं। और बदले में कार्बन-डाई-ऑक्साइड गैस ग्रहण करके वायुमंडल को स्वच्छ बनाती हैं।
Essay on tree in hindi – हमारे देश में पेड़-पौधों की लगभग 46000 प्रजातियां पाई जाती हैं, इनमे से अनेक प्रकार के पेड़-पौधे औषधियों युक्त होते है। जिनसे कई प्रकार के आयुर्वेदिक दवाएं बनाई जाती है। जिसके उचित उपयोग से हम रोग मुक्त होते हैं। अगर हम औषधियों वाले पेड़-पौधे की बात करे तो इनमे बहुत से पेड़-पौधे आ जाते है, लेकिन आसानी से पाएं जाने वाले पौधे जैसे नीम, तुलसी, आमला, गिलोय, एलोवेरा, पुदीना, मिठीनीम जैसे कई पौधे औषधियों से युक्त होते है। इन पौधों को हमें अपने घर में जरूर लगाना चाहिए।  पेड़-पौधे से हमें अनाज,फल,फूल मिलते हैं जिसे खाकर हम अपना जीवन यापन करते हैं। इसके साथ ही पेड़-पौधे हमें आक्सीजन देेेती है और प्रदुषणकारी तथ्यों का खात्मा करके वातावरण को स्वच्छ एवं सुन्दर बनाएं रखती हैं। वैसे तो हम सभी के लिए इतने उपयोगी पेड़-पौधे होते हुए भी हम लोग इसको नष्ट करते जा रहे है, अत्यधिक शहरीकरण होने के कारण कृषि योग्य भूमि में लगातार कम होती जा रही है, इसलिए लोग जंगलों को काटकर कृषि कर रहे है। जिसके कारण जंगल नष्ट होते जा रहे है, जिसका घातक परिणाम हम सभी को दिखाई भी दे रहा है, जैसे कि पृथ्वी का
तापमान लगातार बढ़ रहा है। कहीं अत्यधिक वर्षा होने के कारण बाढ जैसी स्थिति पैदा हो रही हैं, तो कहीं सूखे का सामना करना पड़ रहा है। वनों के लगातार कटाई के कारण इन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। अगर हम लोग सही समय पर नहीं चेते तो इसका घातक परिणाम हमें दिखाई देगा, जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती।

पेड़-पौधों से होने वाले लाभ – Benefits from trees and plants

पेड़-पौधों से हमे अनेकों लाभ मिलते हैं। पेड़-पौधों तथा वनों के कारण ही पृथ्वी के वातावरण में एक समानता बनी रहती हैं। बारिश के दौरान नदी के तेज बहाव को कम करता है, और मिट्टी का कटाव नहीं होने देता है। पेड़-पौधों से हमें आक्सीजन मिलता है, जो कि पृथ्वी पर रहने वाले प्रत्येक जीव के लिए बहुत आवश्यक हैं। इसके अलावा पेड़-पौधों कार्बन-डाई-ऑक्साइड तथा अन्य जहरीली गैसों को अवशोषित करके वायुमंडल स्वच्छ बनाए रखती हैं। पेड़-पौधों से ही हमें खाने के लिए फल, फूल तथा अनाज प्राप्त होता है। इसके अलावा हम सभी के घरों में उपयोगी वस्तुओं की पूर्ति पेड़ो से ही होती हैं, जैसे कि लकड़ी, दरवाजा, कुर्सी, मेज आदि अन्य उपयोगी वस्तुओं की पूर्ति वनों से ही होता है। पेड़-पौधों से आयुर्वेदिक जड़ी- बूटीया बनाई जाती हैं, जिसके उचित उपयोग से हम रोग मुक्त होते हैं। पेड़-पौधों के कारण ही अच्छी वर्षा होती है। पेड़-पौधों तथा वन सभी जीव-जंतुओं के रहने का सबसे अच्छा स्थान है। वन में अनेक प्रकार के जीव-जंतु पाएं जाते है, जिससे एक इको सिस्टम तैयार होता है, जिससे पर्यावरण में संतुलन बना रहता है।

पेड़-पौधों के काटने के दुष्प्रभाव – Side effects of cutting trees in hindi

पेड़-पौधों तथा वनों के अंधाधुन कटाई का घातक परिणाम पृथ्वी पर पड़ रहा है। जिसके कारण आज वैश्विक तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है। आइए हम जानते हैं की पेड़-पौधों तथा वनों की कटाई के कारण इसके क्या-क्या घातक परिणाम दिखाई दे रहे है। जंगल जैसे-जैसे कम होते जा रहे है, वैसे पृथ्वी के तापमान में लगातार वृद्धि होती जा रही है। अगर यही स्थिति बनी रही तो विशेषज्ञों के अनुसार आने वाले कुछ सालो में ध्रुवीय तथा हिमालय की ग्लेशियर पिघल जाएगा जिसके कारण समुन्द्र के जल में वृद्धि हो जाएगी, जिसके कारण समुन्द्र से सटे शहर तथा कई देश डूब जाएंगे। आइए हम जानते है की  पेड़-पौधों के काटने के क्या-क्या नुकसान है।

प्रदूषण का बढ़ना – Pollution increases

उद्योग धंधों तथा कारखानों से निकलने वाली जहरीली गैसों को अवशोषित पेड़-पौधों ही करते हैं। अगर इनकी लगातार इसी तरह कटाई होती रही, तो उद्योग धंधों से निकलने वाली जहरीली गैस वायुमंडल में ही रह जाएगी, जिनके कारण कई खतरनाक बीमारियां जन्म लेने लगेगी। 

बाढ़ का आना – Flooding

पेड़ों के अंधाधुन कटाई के कारण ही बाढ़ जैसी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। वन क्षेत्र होने कारण बारिश के दौरान वर्षा के जल का बहाव कम होता है, इससे नदी का जल मैदानी इलाकों में नहीं आता। लेकिन लगातार घटते वन क्षेत्र के कारण हर साल बारिश के दौरान बाढ़ जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है।

सूखा – Drought

निरंतर घटते वन क्षेत्र के कारण हर साल औसतन वर्षा कम हो रही है। जिसके कारण कई राज्यो में सूखे जैसी स्थिति होती जा रही है, और वहा का जलस्तर निरन्तर घटती जा रही है। जिससे कई राज्यो में पेयजल जैसी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।  पेड़-पौधों तथा वनों के कारण ही अधिक-से-अधिक वर्षा होती हैं, अगर हम पेड़ो और जंगलों को इसी तरह काटते रहे तो वर्षा भी न के बराबर होगी। जिससे हर जगह सूखे जैसी हालत पैदा हो जाएगी। 

वन्य जीव जंतुओं का विलुप्त होना – Extinct wildlife

बढ़ती हुई आबादी के कारण वन क्षेत्र सीमित हो गए हैं। जिसके कारण जंगलों में रहने वाले जानवरो की संख्या में काफी कमी आई है, इसमें से कई जानवर विलुप्त होने के कगार पर है। अगर हम सब बढ़ती हुई जनसंख्या तथा शहरीकरण पर नियंत्रण नहीं किए तो लोगो के रहने के लिए वन क्षेत्र काटना ही पड़ेगा जिससे वन्य जीव लुप्त हो जाएंगे।

निष्कर्ष –  The conclusion

पेड़-पौधों तथा वन क्षेत्र बचाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं कि लोगो को जगरूप करना। तथा तेजी से बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण करना होगा। पेड़-पौधों को बचाने के लिए स्कूल और कॉलेजों में एक जागरूकता अभियान चलाना होगा और बच्चो को जंगल काटने से होने वाले नुकसान के बारे में बताना होगा। इसके साथ ही हम सभी को लकड़ी से बने वस्तुओं का कम से कम उपयोग करना चाहिए, क्योंकि हम सभी के घरों में जो भी लकड़ी से बने वस्तु होते है, वह सब पेड़ों को काटकर ही बनाया जाता है। इसलिए हमें लकड़ी के बने वस्तुओं का कम-से-कम उपयोग करना चाहिए। 
पेड़-पौधों आदिकाल से ही पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीव-जंतुओं का अभिन्न हिस्सा रहे है। पेड़-पौधों सभी प्राणी के जीवन का आधार होते है। सभी जीव जन्तु और मनुष्य के रहने अथवा खाने की सभी वस्तुओं की पूर्ति पेड़-पौधों से ही होता है। पेड़-पौधों रहेंगे तो ही सभी जीव-जंतुओ और पृथ्वी का अस्थित्व रह पाएगा।

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